Monday, November 30, 2009

पापा जल्दी आइए...


Saturday, November 21, 2009

Wednesday, November 18, 2009

essence of nature - 2: Fun n Fair#links

essence of nature - 2: Fun n Fair#links

papa ke joote




कितने सुन्दर प्यारे लगते
मम्मा पापाजी के जूते !
अब से मैं इनको पहनूँगी
पापा जैसी तेज चलूँगी !

nanha kachhua


 
मैं नन्हा प्यारा-सा कछुआ
नदी किनारे रहता हूँ
अपनी गरदन हिलाहिला कर
हेलो-हेलो करता हूँ
ठुम्मक-ठुम्मक डुमक-डुमक  
धीमे -धीमे चलता हूँ
अपनी खोल मुझे है प्यारी
बाहर नहीं  निकलता हूँ  

Friday, November 6, 2009

मैं यहाँ हूँ ...!

पापा तो गए...! मैं यहाँ हूँ ...!! अब मैं लैपटॉप पर काम कर सकती हूँ...!!!

दिवा की मुस्कान

औरों को हँसते देखो तुम हँसो और सुख पाओ
अपने सुख को विस्तृत कर लो सबको सुखी बनाओ
_कामायनी,जयशंकर 'प्रसाद'