भारत हमारा देश
हम मनु की संतान अमर हैं देश हमारा भारत है।
सिंहों से हम खेला करते नहीं गर्जना सुन कर डरते
मुख में हाथ डाल शेरों के उनके दाँत गिना करते हैं
हम शकुन्तलापुत्र भरत हैं देश हमारा भारत है।
हम सदैव हैं आगे बढ़ते पीछे मुड़ कर नहीं देखते
जो हमको आँखे दिखलाते उनके शीश कटा करते हैं
हम धरती के पुत्र निडर हैं देश हमारा भारत है।
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